जम्मू कश्मीर के गांदरबल जिले में बादल फटने की जानकारी सामने आ रही है. बादल फटने से इलाके में बसे हुए कई घरों को नुकसान पहुंचने और लोगों के फंसे होने की खबर है. मिली जानकारी के मुताबिक स्थानीय प्रशासन ने इस सिलसिले में घरों में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला दिया है.
इस साल ऐसा पहली बार नहीं है कि जम्मू कश्मीर में बादल फटने की घटना सामने आई हो. बीते एक महीने में पहले भी ऐसा हो चुका है. शुक्रवार (28 जुलाई) दोपहर को डोडा जिले के गंदोह के कलजुगासर इलाके में बादल फटने से आई भीषण बाढ़ में एक पैदल पुल बह गया था. जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश की सीमा के पास सटे कलजुगासर गांव में बादल फट गया जिससे कई गांव अब सड़क रास्ते से कट गये हैं और उनका आवागमन बाधित हो गया है.
कहीं फटा बादल तो कहीं आई बाढ़
इससे पहले शुक्रवार को ही जम्मू कश्मीर को सुबह तड़के तत्तापानी, संगलदान में भारी बारिश के बाद भूस्खलन के कारण चार घर क्षतिग्रस्त हो गए. यह घटना रामबन में हुई. उन्होंने कहा कि सभी कैदियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है और प्रभावित परिवारों को तंबू मुहैया कराए गए हैं. प्रशासन इनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
जिला विकास परिषद रामबन की अध्यक्ष डॉ. शमशादा शान ने कहा कि डुमकी पंचायत हलका में तारू गुज्जर का एक घर क्षतिग्रस्त हो गया. राजस्व टीम ने मौके पर जाकर नुकसान का आकलन किया. उन्होंने एलजी मनोज सिन्हा से प्रभावित लोगों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा करने का अनुरोध किया.
रामबन के उपायुक्त मुसरत इस्लाम ने कहा कि तत्तापानी, संगलदान के पास भूस्खलन के कारण चार परिवार प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि कैदियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है. जिला प्रशासन रामबन द्वारा एसडीआरएफ और रेड क्रॉस के तहत नकद राहत, तंबू, बर्तन, कंबल प्रदान किए जाएंगे.