सावित्री बाई फुले एक महान समाज सुधारक, शिक्षका , कवयित्री और भारतीय स्त्रीवाद की जननी थी । उनका जन्म 3 जनवरी1831 को महाराष्ट्र के नायगाव में हुआ था । उन्होंने अपने पतिदेव महात्मा ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर भारत में महिलाओं के अधिकारों की लड़ाईं लड़ी और अंततः शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
साहित्यकार शशिभूषण सोनी ने बताया कि सावित्री बाई फुले को भारतवर्ष की पहली महिला शिक्षिका के रूप में भी जाना जाता हैं । उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर पुणे में सर्वप्रथम महिला शिक्षा संस्थान की स्थापना की और कई अन्यान्न्य शिक्षा संस्थाओं की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। उनकी स्मृतियों को चिरस्थाई रखने जन्म-जयंती पर स्मरणांजली समारोह के रुप में जाजल्वदेव की नगरी जांजगीर के आडिटोरियम में राष्ट्रीय शोध सेमीनार का आयोजन दिनांक 5 जनवरी,2025 को किया गया था ।इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने संबोधित किया । सामाजिक, धार्मिक,शैक्षणिक,साहित्यिक और राजनैतिक कार्यकर्ता तथा भाजपा महिला मोर्चा मीडिया प्रभारी डॉ श्रीमति धनेश्वरी जागृति सुप्रसिद्ध दंत चिकित्सक रामा हांस्पीटल चांपा ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में सावित्री बाई फुले पर प्रेरक उद्बोधन दी और देश तथा समाज में उनके अविस्मरणीय योगदान को याद की तथा अपनी ओजस्वी भाषण में समाज में उनके प्रभाव को मान्यता दी । डॉ श्रीमति धनेश्वरी जागृति को उनके कार्यों के लिए प्रशस्ति-पत्र और मूमेटों से सम्मानित किया गया । पूर्व पार्षद श्रीमती शशिप्रभा सोनी, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्रीमति संगीता-सुरेश पाण्डेय बहनजी, केसरवानी महिला समिति चांपा अध्यक्ष शांता-महेंद्र गुप्ता, लायंस क्लब चांपा अध्यक्ष कल्याणी केसरवानी, डॉ कुमुदिनी द्विवेदी प्राचार्य, श्रीमति मीरा पत्की, पार्षद जया गोपाल, डॉ बृजमोहन जागृति शिशु रोग विशेषज्ञ शासकीय बिसाहू दास महंत चिकित्सालय चांपा, शनि कुमार लहरे संपादक राजधानी से जनता तक , संपादकीय लेखक शशिभूषण सोनी , व्याख्याता रामनारायण प्रधान, श्रीमति सत्यभामा साव,बुद्धेलाल महिलागे, डॉ रामखिलावन यादव सहित अन्यान्न्य लोगों ने डॉ धनेश्वरी जागृति को बधाई देकर प्रोत्साहित किया ।