Wednesday, July 2, 2025

स्मार्ट सिटी में प्रोजेक्ट दिलाने के बहाने 15 करोड़ ठगे:रायपुर में खुद को कांग्रेस नेताओं का करीबी बताया; आरोपी पिता-पुत्र फरार

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्मार्ट सिटी के काम का ठेका दिलाने के बहाने ठगी की वारदात हुई है। आरोपी ने खुद को कांग्रेस नेताओं का करीबी बताकर उत्तर प्रदेश के एक ठेकेदार से करीब 15 करोड़ रुपए वसूल लिए। आरोपी ने ठेकेदार को 500 करोड़ का काम दिलाने की बात कही थी।

जब ठेकेदार को लंबे समय तक स्मार्ट सिटी का टेंडर नहीं मिला तो उसे ठगी का एहसास हुआ। जिसके बाद पीड़ित ने रायपुर के तेलीबांधा थाने में शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

FIR के मुताबिक ठगी उत्तर प्रदेश के रावत एसोसिएट के मालिक अर्जुन रावत के साथ हुई है। जून 2023 में उनकी मुलाकात एक धर्मगुरु के माध्यम से केके श्रीवास्तव से हुई। श्रीवास्तव ने तेलीबांधा लाभांडी स्थित एक अपार्टमेंट में रावत से मुलाकात की।

कांग्रेस नेताओं का करीबी बताया

जहां श्रीवास्तव ने खुद को कई कांग्रेस नेताओं का करीबी बताया। रावत का देश भर में हाईवे, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, कंस्ट्रक्शन और बिल्डिंग निर्माण से संबंधित कारोबार से जुड़े हैं। वे अपनी कंपनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ में काम के नए टेंडर लेना चाहते थे।

गारंटी मनी के नाम पर लिए रुपए

बताया जा रहा है कि आरोपी श्रीवास्तव ने अर्जुन रावत से प्रोजेक्ट के लिए 15 करोड़ गारंटी मनी और परफॉर्मेंस सिक्योरिटी के नाम पर वसूल किए। श्रीवास्तव ने उसे प्रोजेक्ट के कई फर्जी दस्तावेज भी दिखाए। इसके अलावा एक फर्जी कंपनी का मेमोरेंडम भी तैयार करके भेजा। ताकि चीजें ऑफिशियल लगे। पीड़ित ने इस रकम को अलग-अलग किश्तों में भुगतान किया था।

पति-पत्नी पर FIR, जांच जारी

इस मामले में पुलिस ने केके श्रीवास्तव और उसके बेटे कंचन श्रीवास्तव को आरोपी बनाया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करना, जान से मारने की धमकी और क्रिमिनल तरीके से प्लानिंग करने की धाराओं में मामला दर्ज किया है। आरोपी पर 6 धाराएं लगी हैं। फिलहाल, दोनों पिता-पुत्र पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

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