गोरखपुर, 23 जुलाई 2025। गोरखपुर की 26वीं बटालियन पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) परिसर में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब 2023 बैच की करीब 598 महिला कांस्टेबल प्रशिक्षुओं ने बदहाल बुनियादी सुविधाओं को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रशिक्षुओं ने पानी, बिजली, शौचालय और नहाने की उचित व्यवस्था न होने पर नाराजगी जताई। कुछ छात्राओं ने खुले में नहाने की मजबूरी तक बयान की।
शुरुआत में प्रशिक्षुओं ने परिसर से बाहर निकलकर सड़क जाम किया, लेकिन अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद वे प्रशासनिक भवन के बाहर धरने पर बैठ गईं। प्रशिक्षुओं ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता, वे प्रदर्शन जारी रखेंगी।
गोपनीयता पर भी उठे सवाल
कुछ महिला ट्रेनीज़ ने आरोप लगाया कि बाथरूम के पास लगे सीसीटीवी कैमरे उनकी निजता का हनन कर रहे हैं। हालांकि, इस पर कमांडेंट आनंद कुमार व जोन के आईजी प्रीतिंदर सिंह ने जांच कराई और दावा किया कि यह पूरी तरह गलत है। बाथरूम के आसपास कोई कैमरा नहीं है।
प्रशासन का आश्वासन और कार्रवाई
कमांडेंट आनंद कुमार ने कहा कि सुविधाओं का निर्माण कार्य प्रगति पर है और बिजली-पानी की समस्याएं अब सुधार दी गई हैं। वहीं, एक फिजिकल ट्रेनर द्वारा अनुचित भाषा के प्रयोग की शिकायत पर उसे निलंबित कर दिया गया है।
आईजी प्रीतिंदर सिंह ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है और कहा कि सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने वालों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना यूपी पुलिस प्रशिक्षण व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर करती है और यह जरूरी बनाती है कि महिला सुरक्षा व सम्मान के साथ उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएं।