प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार मिलने पर पीएम मोदी ने कहा कि यह उनके लिए एक यादगार पल है। उन्होंने इस पुरस्कार राशि को नमामि गंगे परियोजना को दान करने का फैसला लिया है। पीएम मोदी ने कहा-‘मैं यह पुरस्कार देश के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करता हूं।’
इस मौके पर अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि ‘व्यवस्था निर्माण से संस्था निर्माण’, ‘व्यवस्था निर्माण से व्यक्ति निर्माण’, ‘व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण’ की दृष्टि राष्ट्र निर्माण के लिए एक रोडमैप की तरह काम करती है। भारत आज इस रोडमैप का पूरी निष्ठा से पालन कर रहा है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन मे कहा कि भारत की आज़ादी में लोकमान्य तिलक की भूमिका, उनके योगदान को चंद घटनाओं और शब्दों में समेटा नहीं जा सकता है। उन्होंने उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज विश्वास में सरप्लस दिखाई देता है। पिछले 9 वर्षों में बड़े बदलाव हुए हैं। आज देश हर क्षेत्र में अपने लोगों पर भरोसा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि आज भारत आत्मनिर्भर हो रहा है। पहले छोटे छोटे कामों के लिए लोगों को परेशान होना पड़ता था। उन्होंने कहा कि अब देश में सकारात्मक माहौल तैयार हो रहा है। विश्व आज भारत को भविष्य के रुप में देख रहा है।