Wednesday, February 5, 2025

धार्मिक आयोजन ! आज़ श्रीमद्भागवत कथा का तृतीय दिवस

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न्यूज़ जांजगीर-चांपा । छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा अंचल के कद्दावर नेता डॉक्टर चरणदास महंत जी ने आज़ सायंकाल 06 बजें नगर के जाने-माने एडवोकेट शिवकुमार तिवारी जी के निज निवास स्थान पर सर्वपितृ मोक्षार्थ निमित्त सप्त-दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महापुराण में पहुंचे और अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई  ।
इस अवसर पर उनकी उपस्थिति से आयोजन की शोभा में चार-चांद लग गया और अधिक बढ़ गई । श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने उनके साथ पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन, नगरपालिका अध्यक्ष जय थवाईत, पूर्व नपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल , कांग्रेस कमेटी चांपा अध्यक्ष सुनील साधवानी , मोहम्मद अली, भाजपा नेता प्रदीप कुमार स्वर्णकार, पंडित हरिहर प्रसाद तिवारी, पूर्व पार्षद गोपाल-गुलशन सोनी  , साहित्यकार शशिभूषण सोनी, डॉक्टर रविंद्र कुमार द्विवेदी , लक्ष्मीनारायण तिवारी , भुवनेश्वर देवांगन , राज अग्रवाल, सूरजदास महंत सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त शामिल हुए । आगमन पर डॉ महंत जी का तिवारी परिवार ने पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया । वे कुछ समय तक श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य श्रवण करते रहे ।

अभिमन्यु एवं परीक्षित जन्म प्रसंग पर व्यासपीठ से प्रेरणादायक प्रवचन ।

राजापारा चांपा स्थित एडवोकेट शिवकुमार तिवारी जी के निज निवास पर सर्व पितृ मोक्षार्थ निमित्त आयोजित श्रीमद्भागवत कथा पुराण में गौरव ग्राम सिवनी, जांजगीर-चांपा से पधारें विद्वान कथा वाचक पंडित अंशुमान मिश्रा शास्त्री ने व्यासपीठ से अपने संस्कृत श्लोक एवं प्रेरणादायक प्रवचन द्वारा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया । अपने प्रवचन के दौरान शास्त्री जी ने महाभारत के प्रसिद्ध अभिमन्यु प्रसंग का उल्लेख किया ।

कठिन परिस्थितियों में धैर्य और साहस बनाए रखना व्यक्ति की सबसे बड़ी शक्ति हैं – पंडित अंशुमान मिश्रा ।

अंचल के सुप्रसिद्ध भागवताचार्य पंड़ित मिश्रा ने अभिमन्यु की वीरता, चक्रव्यूह में उसके अद्भुत कौशल, और उसके संघर्ष को विस्तार से समझाया । उन्होंने भगवान द्वारा चन्द्रमा दिए गए वचन के कारण अभिमन्यु को चक्रव्यूह से नही बचा पाने के कारण को विस्तार से बताया । इस प्रसंग के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और साहस बनाए रखना व्यक्ति की सबसे बड़ी शक्ति हैं ।

‘मानव-जीवन के गूढ़ रहस्य और ईश्वर के प्रति अटूट श्रद्धा ‘ का दिया जा रहा हैं दिव्य उद्वहरण ।

कथा प्रसंग के दौरान शास्त्री जी ने राजा परीक्षित जन्म वृतांत का विस्तार पूर्वक वर्णन किया । उन्होंने बताया कि कैसे परीक्षित का जन्म और उनका भागवत से जुड़ाव जीवन में धर्म, अध्यात्म और समर्पण का महत्व समझाता हैं । इन प्रसंगों के माध्यम से उन्होंने भक्तों को जीवन के गूढ़ रहस्यों और भगवान के प्रति अटूट श्रद्धा का संदेश दिया ।

डॉ महंत की गरिमामय उपस्थिति ने आयोजन की शोभा बढ़ा दी

छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ,पूर्व विधायक जांजगीर-चांपा मोतीलाल देवांगन , बजरंग डिडवानिया, सूरजदास महंत भी श्रीमद्भागवत कथा श्रवण के लिए उपस्थित रहे । कथा व्यास पं. अंशुमान मिश्रा शास्त्री जी ने सभी को राधे नाम का वस्त्र भेंटकर शुभाशीष प्रदान किया । डॉ. महंत की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा एवं शोभा और भी बढ़ा दी ।

कथा रसपान करने श्रद्धालु भक्त की भीड़ उमड़ रही हैं ।

आज श्रीमद्भागवत कथा अवसर पर नेता प्रतिपक्ष निजी सहायक बंटी धंजल , किशनलाल सोनी, पंकज शुक्ला, बट्टू देवांगन, गोविंद देवांगन, निराला साहित्य मंडल के  प्रधान संपादक डॉ रविन्द्र द्विवेद्वी , शशिभूषण सोनी , रामकिशोर शुक्ला,आयोजक श्रीमती शशिकला पं शिवकुमार तिवारी, परायण कर्ता पं पवन तिवारी, मुख्य यजमान श्रीमती दिशा-अजय तिवारी , श्रीमती स्वाति-जय तिवारी , श्रीमती जया विजय तिवारी, एडवोकेट श्रीमती रीतू-लक्ष्मी नारायण तिवारी , समृद्धि तिवारी , संपदा तिवारी, आयुष्मान , अक्षय ,कृषांगी, समस्त तिवारी परिवार, रिश्तेदार सगे संबंधियों सहित राजापारा के निवासी जन भारी संख्या में उपस्थित थे । कथा व्यास शास्त्री जी के प्रवचन से कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रद्धालु जन,श्रोता गण अत्यंत प्रभावित हुए ।

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