Tuesday, July 8, 2025

शव दफनाने को लेकर बवाल:लोगों ने कहा- परिवार मूल धर्म में लौटे तभी होगा अंतिम संस्कार; महिला की मौत के बाद गांव में तनाव

बस्तर में धर्मांतरण के मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। बुधवार को धर्मांतरित महिला की मौत के बाद उसके शव दफनाने को लेकर दो पक्षों के बीच बवाल हुआ है। जिसके बाद दरभा थाना इलाके के कड़मा गांव में तनातनी का माहौल बना हुआ है।

गांव वालों का कहना है कि, मृत महिला का परिवार ईसाई धर्म को मानता था। इसलिए गांव में शव दफनाने नहीं देंगे। यदि मृत महिला का परिवार मूल धर्म में लौटता है तो गांव में शव दफनाने जमीन दी जाएगी। फिर अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में गांव के लोग भी शामिल होंगे।

हालात को कंट्रोल करने के लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स की भी तैनाती की गई है। फिलहाल दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है।

ग्रामीणों ने कहा परिवार मूल धर्म में लौटेगा तो शव को दफनाने देंगे।
ग्रामीणों ने कहा परिवार मूल धर्म में लौटेगा तो शव को दफनाने देंगे।

दरअसल, जिले के बड़े कड़मा पंचायत के धुमागुड़मा पारा की रहने वाली महिला बुधरी (38) की किसी गंभीर बीमारी के चलते 12 सितंबर की शाम मौत हो गई। आज बुधवार 13 सितंबर की सुबह परिवार के सदस्य गांव में ही शव को दफनाने वाले थे। जिसकी जानकारी ग्रामीणों को मिली। फिर बुधवार सुबह गांव के लोग मृत महिला के घर के बाहर इकट्ठा हो गए।

शव दफनाने जमीन देने से इनकार

गांव के ग्रामीणों ने शव दफनाने के लिए गांव में जमीन देने से मना कर दिया था। इसे लेकर धर्मांतरित परिवार के सदस्यों और गांव वालों के बीच बवाल भी हुआ। ऐसा बताया जा रहा है कि, इसी बात को लेकर कुछ लोगों के बीच मारपीट की भी स्थिति बनी थी।

सुरक्षा बल तैनात

विवाद की जानकारी पुलिस को मिली जिसके बाद SDOP ऐश्वर्य चंद्राकर समेत दरभा , परपा और कोडेनार इन तीनों थाना के जवानों को मौके पर तैनात किया गया। फिलहाल पुलिस ने स्थिति को किसी तरह से कंट्रोल में कर रखा है। फोर्स की मौजूदगी में दोनों पक्षों के लोग आपस में बातचीत कर रहे हैं। जब तक मामला शांत नहीं हो जाता तब तक बाहरी लोगों को भी गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है।

- Advertisement -
Latest news
- Advertisement -
Related news
- Advertisement -