कोरबा : साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स कोरबा क्षेत्र की मानिकपुर खदान में बुधवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। रात्रि करीब 12 बजे एक भारी भरकम होल पैक डंपर चलते वक्त अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना के दौरान डंपर का पिछला हिस्सा अचानक टूट गया, जिससे दो पहिये वाहन से अलग हो गए। इस हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और खदान में कार्यरत श्रमिकों में दहशत फैल गई।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि दुर्घटनाग्रस्त डंपर का संचालन कर रहे ऑपरेटर त्रिभुवन राज को इस हादसे में गंभीर चोटें आई हैं। प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें तत्काल पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार डंपर की तकनीकी खामी या ओवरलोडिंग हादसे का कारण हो सकती है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
घटना की सूचना मिलते ही एसईसीएल के वरिष्ठ अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ और संबंधित कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने घटनास्थल की घेराबंदी कर जांच के आदेश दे दिए हैं। हादसे के बाद डंपिंग कार्य को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है और सुरक्षा संबंधी पहलुओं की समीक्षा की जा रही है। यदि यह हादसा दिन के समय या अधिक भीड़भाड़ के दौरान होता, तो इससे बड़ी जनहानि हो सकती थी। यह दुर्घटना एसईसीएल की खदानों में सुरक्षा उपायों और भारी वाहनों की नियमित निगरानी पर सवाल खड़े कर रही है। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद एसईसीएल क्या कदम उठाती है और भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए क्या ठोस कार्यवाही की जाती है।
डीजीएमएस करेगा मामले की जांच
खदान क्षेत्रों में होने वाली दुर्घटनाओं की जांच डीजीएमएस करता है और फिर जवाबदेही तय की जाती है। मानिकपुर में हुई घटना को लेकर संबंधित तथ्यों को आगे भेजना प्रबंधन की जिम्मेदारी बन गई है। इस आधार पर यहां डीजीएमएस की टीम पहुंचने के बाद ऑन स्पॉट परीक्षण करेगी। इस मामले में जांच जरूर हुई है लेकिन कार्रवाई का अतापता नहीं चला। इसलिए भी इस तरह के हादसों को लेकर प्रबंधन बहुत ज्यादा नहीं बदल सका।