भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची जारी की है। जेपी नड्डा की नई केंद्रीय टीम में छत्तीसगढ़ से दो नए नाम भी हैं। पूर्व मंत्री लता उसेंडी और सांसद सरोज पांडे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की लिस्ट में डॉक्टर रमन सिंह का नाम भी बरकरार है। पहले से ही डॉक्टर रमन सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे हैं। उनकी जिम्मेदारी को जस का तस रखा गया है। लाता उसेंडी और सरोज पांडे को केंद्रीय पदाधिकारियों में जगह मिली है।
इस पर भूपेश बघेल ने क्या कहा..
बीजेपी की नई टीम पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि, अभी तो कार्यकारिणी में कुछ दिन पहले धरमलाल कौशिक को भी लिए हैं।चुनाव को देखते हुए इन लोगों का कद थोड़ा बढ़ाया गया है। लता उसेंडी भी रमन सिंह के मंत्रिमंडल में रही हैं। सरोज पांडे की अपनी पहचान है।
राष्ट्रीय टीम में लता-सरोज-रमन को जगह देने के मायने…
डॉ रमन सिंह- 15 साल तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रह चुके डॉ रमन सिंह का कद कम किए जाने की चर्चाएं अचानक सत्ता जाने के बाद होती रही। मगर साल 2023 के बीते कुछ महीनों में यह तय हो गया कि भारतीय जनता पार्टी का भरोसेमंद चेहरा डॉ रमन सिंह हैं। केंद्रीय नेतृत्व भी किसी तरह से उन्हें पीछे रखना नहीं चाहता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 7 जुलाई को रायपुर में हुई सभा में पोस्टर में नरेंद्र मोदी के बाद यदि किसी नेता का बड़ा चेहरा था तो वह रमन सिंह ही थे। पार्टी के हर कार्यक्रम, महत्वपूर्ण बैठकों में आगे की कुर्सी डॉक्टर रमन सिंह को दी जाती है।
बीच-बीच में प्रदेश में यह सियासी चर्चा होती रही कि अब शायद रमन सिंह के चेहरे पर भाजपा को भरोसा नहीं रहा। इसके पीछे बड़ी वजह यह भी रही कि प्रदेश प्रभारी ओम माथुर सरीखे नेता यह कहते दिखे कि आने वाला चुनाव कमल छाप पर लड़ा जाएगा ना की किसी चेहरे पर। इसके बाद हर मौके पर रमन सिंह का कद बरकरार दिखा और मौजूदा समय में राष्ट्रीय पदाधिकारियों की जारी सूची में एक बार फिर से रमन सिंह के नाम को दोहराया जाना इसकी पुष्टि करता है। भारतीय जनता पार्टी जानती है कि रमन सिंह का चेहरा प्रदेश में भाजपा का प्रमुख चेहरा है, जनता उन्हें 15 साल स्वीकार कर चुकी है इसलिए फिलहाल रमन सिंह की पार्टी में प्रमुखता पहले की तरह रखी गई है।
सरोज पांडे- सरोज पांडे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया जाना कई मायने लिए हुए है। इससे पहले सरोज पांडे भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव रही हैं। राष्ट्रीय महासचिव का यह पद मौजूदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से कहीं ज्यादा प्रभावशाली पद माना जाता है। वर्तमान समय में सरोज पांडे को सम्मान तो दिया गया मगर उनका पावर कम किया गया। सरोज पांडे इस वक्त राज्यसभा की सांसद हैं। भाजपा की केंद्रीय टीम में लंबे अरसे तक काम करने का अनुभव रहा है। अनुभवी महिला नेत्री होने के नाते सरोज पांडे को राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया है । सियासी कैरियर की बात करें तो प्रदेश में सरोज पांडे की राजनीति काफी प्रभावी रही है। पांडे छत्तीसगढ़ की चुनिंदा नेताओं में से हैं जिन्होंने एक ही समय में सांसद, विधायक और मेयर की जिम्मेदारी संभाली थी। दुर्ग संभाग में उनके प्रभाव को देखते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
लता उसेंडी- बस्तर में यदि कोई भारतीय जनता पार्टी का मजबूत महिला चेहरा है तो लता उसेंडी ही वह नाम है। प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस बात पर फोकस कर रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति बस्तर में कैसे सुधारी जा सके। यही वजह है कि राष्ट्रीय टीम में अब बस्तर से लता उसेंडी को जगह दी गई है। लता उसेंडी रमन कैबिनेट में महिला बाल विकास विभाग की मंत्री रह चुकी हैं। पार्षद से अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाली लता उसेंडी ने साल 2003 में पहली बार विधानसभा चुनाव और दूसरी बार 2008 में विधानसभा चुनाव जीता। 2003 में लता उसेंडी भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। आदिवासी महिला चेहरा होने की वजह से उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है, ये आने वाले चुनावों के मद्देनजर भाजपा की लिए एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है।
मिशन विधानसभा-लोकसभा,फोकस में छत्तीसगढ़
भारतीय जनता पार्टी की ताजा लिस्ट ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि पार्टी न सिर्फ विधानसभा बल्कि लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर तैयारी कर रही है । मौजूदा समय में राज्यसभा सांसद सरोज पांडे दुर्ग इलाके में अपना प्रभाव रखती हैं, लता उसेंडी बस्तर की नेता हैं इन इलाकों में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी अपनी स्थिति और बेहतर करने की कोशिश में है।
शनिवार को जारी हुई लिस्ट बता रही है कि केंद्रीय नेतृत्व का फोकस किस तरह छत्तीसगढ़ में है । यही वजह है कि 3 नेताओं को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई । इससे पहले राष्ट्रीय कार्यसमिति में आदिवासी नेता विष्णु देव राय और ओबीसी वर्ग से ताल्लुक रखने वाले धरमलाल कौशिक को भी जगह दी गई थी। प्रदेश की सियासी परिस्थितियों को खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मॉनिटर कर रहे हैं। बीते दो महीने में तीन बार प्रदेश का दौरा कर चुके हैं। इसमें एक सभा और दो बार पार्टी कार्यालय में आधी रात तक स्थानीय नेताओं के साथ गुप्त बैठकें कर चुके हैं।