Wednesday, October 23, 2024

25 किमी पैदल चलकर जवानों ने अबूझमाड़ में पूरा किया ऑपरेशन, मारे गए 31 में 16 नक्‍सलियों पर था 1 एक करोड़ 30 लाख का इनाम

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दंतेवाड़ा : अबूझमाड़ क्षेत्र में दंतेवाड़ा व नारायणपुर जिले की फोर्स के संयुक्त अभियान में मारे गए 31 नक्सलियों के शवों को लेकर जवान शनिवार को दंतेवाड़ा पहुंचे। मृत नक्सलियों में 13 महिलाएं व 18 पुरूष हैं। मारे गए नक्सलियों में 25 लाख की इनामी महिला नक्सली उर्मिला उर्फ नीति भी शामिल है, जो दंडकारण्य स्पेशनल जोनल कमेटी सदस्य व नक्सलियों के पूर्वी बस्तर डिवीजन की प्रभारी थी।

वर्ष भर के भीतर बस्तर संभाग में पुलिस ने एसजेडसी स्तर के चौथे नक्सली के तौर पर नीति को मार गिराया है। जवानों ने इस अभियान को पूरा करने नदी-नालों और पहाड़ों के पार 25 किमी की दूरी पैदल तय कर अभियान को पूरा किया। नक्सल संगठन को इस अभियान में बड़ा नुकसान पहुंचा है।

मुठभेड़ में एक करोड़ 30 लाख रुपये के इनामी नक्‍सली ढेर

बस्तर आईजीपी सुंदरराज पी. ने बताया कि अबूझमाड़ मुठभेड़ में आठ-आठ लाख के इनामी डीवीसीएम नक्सली सुरेश व मीरा मरकाम, पांच-पांच लाख के इनामी के नौ मिलिट्री कंपनी सदस्य, तीन एसीएम स्तर के नक्सलियों की पहचान हो सकी है। जिन पर कुल एक करोड़ 30 लाख रुपये का इनाम घोषित था। अन्य नक्सलियों की पहचान के साथ यह आंकड़ा बढ़ने की संभावना है।

आईजीपी ने कहा कि अभियान को मिली सफलता में दंतेवाड़ा व नारायणपुर जिले की फोर्स का बेहतर तालमेल व महत्वपूर्ण योगदान रहा। अब जिले व राज्यों की सीमा अभियान में आड़े नहीं आ रही है। बेहतर इंटर स्टेट अभियान से नक्सलियों पर दबाव बढ़ा है। दंतेवाड़ा जिले के बारसूर थाना व नारायणपुर जिले के ओरछा थाना क्षेत्र के सीमा पर स्थित थुलथुली के जंगल-पहाड़ में यह मुठभेड़ हुई।

यह क्षेत्र पांच जिले की सीमा से लगा हुआ है, जिनमें बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर व दंतेवाड़ा जिले हैं। अभियान में डीआरजी, एसटीएफ के अलावा बैकअप पार्टी में सीआरपीएफ का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। सफलता से फोर्स का मनोबल ऊंचा हुआ है। नक्सलियों को मार गिराने में मिली सफलता के मामले में कैलेंडर वर्ष 2024 काफी सफलतम साबित हुआ है। यह अब तक की सबसे बड़ी सफलता है।

अत्याधुनिक स्नाइपर रायफल भी बरामद

मुठभेड़ स्थल में नक्सलियों द्वारा उपयोग किए जा रहे अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा मिला है। इसमें एक इंसास एलएमजी, चार एके-47, छह एसएलआर, तीन इंसास, दो 303 रायफल और नक्सलियाें द्वारा निर्मित स्वदेशी हथियार व गोला-बारूद हैं। इनमें से तीन एके-47 को नक्सली स्नाइपर रायफल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे। इन अत्याधुनिक हथियारों में अलग से उपकरण भी लगाए गए थे।

करीब 70 नक्सली की थी उपस्थिति

आईजी ने बताया कि घटनास्थल पर करीब 70 नक्सलियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना पर संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया था। मुठभेड़ के दौरान डीवीसीएम कमलेश और कुछ अन्य नक्सली भाग निकलने में कामयाब रहे। रात घिर आने की वजह से कुछ घायल साथियों को नक्सली उठा ले गए। संभवत: मृत नक्सलियों की संख्या में और भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।

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