कोरबा जिले में बढ़ते हुए सडक हादसों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और यातायात पुलिस लगातार प्रयासरत हैं। सडक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से अब ओवरस्पीडिंग पर लगाम कसने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। विभिन्न प्रमुख मार्गों पर हाई-टेक डिजिटल उपकरणों की मदद से यातायात पुलिस निगरानी कर रही है और गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस मुख्यालय से कोरबा जिले की यातायात पुलिस को अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें विशेष स्पीड डिटेक्शन डिवाइस शामिल हैं, जो निर्धारित गति सीमा से अधिक गति से चलने वाले वाहनों की पहचान करने में सक्षम हैं। जैसे ही कोई वाहन तय सीमा से अधिक गति पकड़ता है, यह डिवाइस उसे रडार पर ले आता है।
स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे सहित विभिन्न सडक़ों के लिए अलग-अलग गति सीमाएं निर्धारित की गई हैं। इन सीमाओं से अधिक गति से चलने वाले वाहनों को यह उपकरण तुरंत ट्रैक करता है और उनका डेटा सुरक्षित कर लिया जाता है। इसके आधार पर चालकों को नोटिस भेजे जा रहे हैं और कुछ मामलों में मौके पर ही चालान भी किया जा रहा है। कोरबा यातायात पुलिस द्वारा न केवल स्पीडिंग वाहनों पर कार्यवाही की जा रही है, बल्कि आम नागरिकों को भी सडक सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। विद्यालय, महाविद्यालय सहित सार्वजनिक स्थलों पर यातायात अवेयरनेस कैंप लगाए जा रहे हैं। साथ ही, सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया के माध्यम से भी लोगों को नियमों के प्रति संवेदनशील किया जा रहा है।
पुलिस की इस कार्यवाही में एएसआई ईश्वरी लहरे, पुलिस आरक्षक संतोष देवांगन, मेहमान कुर्रे, कृष्णा भारद्वाज सहित अन्य शामिल रहे।
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