Thursday, October 23, 2025

श्रीमति वंदना पाण्डेय की कहानी प्रेरणास्पद , जिन्होंने अपने बुटिक को मात्र 2300 रुपए की लागत से शुरू करके एक बड़े व्यवसाय में बदल दी

आजकल घरेलू महिलाएं भी अपने-अपने स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही हैं । इस कार्य को वो बड़ी लगन और मेहनत से कर रही हैं ,कारण इस काम में उन्हें ना तो समय की पाबंदी हैं और ना ही घर-परिवार से दूर रहने की पर्वाह और ना ही किसी प्रकार की मानसिक परेशानी । बूटीक व्यवसाय में अपनी कैरियर तलाश कर तहसील रोड़ स्थित सिंधी कॉलोनी चांपा के समीप अपना व्यवसाय सफलता पूर्वक करने वाली वंदना बुटिक की संचालिका श्रीमति वंदना पाण्डेय आज़ किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं ।

बुटिक व्यवसाय में हैं असीम संभावनाएं – श्रीमति वंदना पाण्डेय ।

दैनिक समाचार-पत्र से सम्बद्ध तथा लेखक शशिभूषण सोनी से चर्चा करते हुए श्रीमति वंदना पाण्डेय कहती हैं कि बुटिक व्यवसाय में असीम संभावनाएं हैं, यह व्यवसाय ना केवल महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करती हैं बल्कि यह अपने रचनात्मक और शैली को व्यक्त करने का भी एक अवसर प्रदान करती हैं । उन्होंने कहा कि तहसील रोड पर स्वयं के छोटे से घर में मात्र 2300 रुपए की लागत से अपनी सासु मां श्रीमति कुसुम पाण्डेय की प्रेरणा और प्रोत्साहन से शुरुआती दिनों में 3000-5000 रुपए की मासिक आय से प्रारंभ की। बारह साल पहले स्थापित यह व्यवसाय सफलता की ओर निरंतर अग्रसर हैं ।

घर से ही वंदना पाण्डेय जी आपने बुटिक चलाना क्यों उत्तम समझा – शशिभूषण सोनी ।

विशेष बातचीत करने के लिए वंदना पाण्डेय बड़ी मुश्किल से लजाति तैयार हुई । बार-बार पूछने पर शशिभूषण सोनी से उन्होंने कहा कि शुरुआती दिनों में बिल्कुल ही छोटे-से स्तर मात्र 2300 रुपए जोड़कर मैंने यह व्यवसाय खोला था , जिसमें छोटे-छोटे बच्चों के कपड़े, बिछिया, अंगूठी, ब्रेसलेट फिर आवश्यकतानुसार युवतियों के लिए नयनाभिराम रेडिमेड कपड़े और महिलाओं के लिए फैंसी साड़ियां । धीरे-धीरे ग्राहकों का विश्वास जमता गया और आज़ इस व्यवसाय ने बड़ा-सा रुप ले लिया हैं । तीन-चार काम करने वाली लड़कियों को मैंने इस व्यापार में संलिप्त कर उनको रोजगार भी प्रदान कर रही हूंं । रायपुर, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ ,सक्ती,बिलासपुर ,से मेरे ग्राहक समान की वेरायटी और क्वालिटी को देखते हुए खरीददारी करने आते हैं । श्रीमति पाण्डेय के यहां बिलासपुर से खरीदने के लिए पधारी इंजीनियर श्रीमति शीला स्वर्णकार – डां अमित कुमार स्वर्णकार की अर्द्धांगिनी हैं ने कहा कि मुझे गत पांच वर्षों से मैं वंदना बुटिक में खरीददारी कर रही हूं, मुझे वंदना दीदी में मां जैसा अपनापन मिलता हैं। वह एक मां की तरह सलाह-मशवरा देकर वाजिब दाम लगाकर वस्तुएं देती हैं। सालों बाद भी हमारा रिश्ता वैसा ही हैं हालांकि उनकी पूरे परिवार से अब परिचित हो गई हूं। उन्होंने अपने बुटिक में नए-नए डिज़ाइन और फ़ैशन के अनुरूप नवयुवतियों के लिए सूट, सलवार, दुपट्टे मैचिंग एक्सेसरीज और रोल्ड और गोल्ड की ज्वैलरी जैसी विभिन्न प्रकार की चीजें रखी हैं जो कि बहुत बिकती हैं ।

बुटीक व्यवसाय में असीम संभावनाएं हैं।

आज बुटीक व्यवसाय में विभिन्न प्रकार की संभावनाएं हैं जैसे कि –

1, फैशन डिजाइनिंग- बुटीक व्यवसाय में आप अपने ख़ुद के फैशन डिजाइनर बना सकते हैं और उन्हें बेच सकते हैं

2 फैंसी कपड़ों की बिक्री- विभिन्न प्रकार के कपड़े जैसे कि साड़ियां, सलवार कमीज और लहंगे बेच सकती हैं।

3- एक्सेसरीज़ की बिक्री- आप विभिन्न प्रकार की एक्सेसरीज जैसें कि रोल्ड और गोल्ड की ज्वैलरी ,हैंडबैग और फुटवियर बेच सकती हैं।

4- ऑन-लाइन बिक्री – आप अपने बुटीक के उत्पादों को ऑन-लाइन बेच सकती हैं और अपने ग्राहकों को भारतवर्ष के कोने-कोने में पहुंचा सकती हैं।

प्रतिनिधि शशिभूषण सोनी के पूछने पर श्रीमति पाण्डेय ने कहा कि बुटीक व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे पहले अपने ग्राहकों की जरूरतों को समझना पड़ता हैं, फिर आपने उत्पादों की गुणवत्ता को बनाए रखना होता हैं और अपने व्यवसाय को ऑन-लाइन और ऑफ-लाइन दोनों माध्यमों से प्रमोट करना होता हैं ।

वंदना पाण्डेय जैसी महिलाएं अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार कर रही हैं ।

पूर्व पार्षद तथा सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमति शशिप्रभा सोनी, केसरवानी महिला समिति चांपा की अध्यक्ष श्रीमती शांता-महेंद्र गुप्ता, डॉ धनेश्वरी जागृति, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्रीमति संगीता-सुरेश पाण्डेय , शिक्षिका श्रीमति सोनिया सोनी, श्रीमति राधिका स्वर्णकार बिलासपुर, पर्यावरण संरक्षण पर लगी हुई श्रीमति नेहा-अविनाश अग्रवाल तथा डॉ श्रीमति कुमुदिनी द्विवेदी प्राचार्य ने बताया कि वंदना पाण्डेय जैसी उर्जावान महिला ना केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार ला रही हैं बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं , उनकी कहानी अन्यान्य महिलाओं को भी प्रेरित कर सकती हैं कि वे भी अपने घर से भी व्यवसाय शुरू कर सकती हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधर सकती हैं ।

- Advertisement -
Latest news
- Advertisement -
Related news
- Advertisement -