साउथ से आए दिन दुखद खबर सामने आती रहती है। इस बीच मलयालम अभिनेत्री नेय्याट्टिनकारा कोमलम को लेकर आंखें नम कर देने वाली खबर आई है, जिससे आपको तगड़ा झटका लगने वाला है। खबर है कि प्रेम नजीर की पहली फिल्म ‘मरुमकल’ की मशहूर अभिनेत्री नेय्यत्तिनकारा कोमलम उर्फ कोमला मेनन का निधन हो गया है। फिल्मों में उन्होंने कई तरह के किरदार से सुर्खियां बटोरी थीं। वहीं, अब उनके निधन से साउथ फिल्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है। हृदय संबंधी बीमारियों के कारण उन्होंने 96 की उम्र में आखिरी सांस ली।
नेय्याट्टिनकारा कोमलम का हुआ निधन
मलयालम सिनेमा की पहली अभिनेत्रियों में से एक नेय्याट्टिनकारा कोमलम का गुरुवार, 17 अक्टूबर को 96 वर्ष की आयु में रात को निधन हो गया। उन्हें 15 अक्टूबर को हृदय संबंधी बीमारियों के कारण केरल के परसाला शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नेय्याट्टिनकारा कोमलम ने कल अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अंतिम सांस ली। इस बीच, कोमला मेनन ने कुछ वर्ष पहले अपने पति एम. चंद्रशेखर मेनन को खो दिया था और अभिनेत्री उम्र संबंधी बीमारियों के कारण अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ रहती थीं।
कहां होगा नेय्याट्टिनकारा का अंतिम संस्कार
नेय्याट्टिनकारा कोमलम का अंतिम संस्कार आज, 18 अक्टूबर को दोपहर करीब 12.30 बजे वजुथुर में होगा। कोमला मेनन, जिनका जन्म पंकजाक्ष और कुंजियम्मा के घर पर हुआ था। उन्होंने 1951 में जी. विश्वनाथ द्वारा निर्देशित ‘वनमाला’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। उन्हें बड़ा ब्रेक तब मिला जब उन्होंने 1952 में प्रेम नजीर की पहली फिल्म ‘मरुमकल’ में लीड रोल प्ले करने का मौका मिला था जो अभिनेत्री की तीसरी फिल्म थी। इस फिल्म से उन्होंने मलयालम सिनेमा में अपनी एक खास जगह बना ली थी।
नेय्याट्टिनकारा कोमलम की हिट फिल्में
‘वनमाला’ मलयालम की पहली फॉरेस्ट बेस्ड फिल्म होने के कारण चर्चा में थी। इसके बाद, वह 1952 में ‘आत्मसंथी’ में दिखाई दीं। 1954 में, उन्होंने एफ. नागूर की ‘संध्या’ में अभिनय किया और बाद में पी. रामदास की ‘न्यूजपेपर बॉय’ की कास्ट में शामिल हुईं। वहीं 22 साल के अंतराल के बाद, उन्होंने मधु द्वारा निर्देशित फिल्म ‘आराधना’ से अभिनय में वापसी की। 1994 में, नेय्याट्टिनकारा कोमलम को मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) की मानद सदस्यता से सम्मानित किया गया।