
उन्होंने कहा कि राजनीति में होने वाले डिबेट और चर्चाओं में सोच में अंतर होना समस्या नहीं है। समस्या है आइडिया की कमी होना। ऐसे लोग जो अपनी विचारधारा पर अडिग रहते हैं, ऐसे लोगों की संख्या कम होती जा रही है। विचारधारा में गिरावट होना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। न राइटिस्ट और न लेफ्टिस्ट, हमें ऑपरच्युनिस्ट (अवसरवादी) समझा जाता है। ऐसे लोग सिर्फ सत्ताधारी पार्टी से जुड़े रहना चाहते हैं।

गडकरी बोले- नेता आते-जाते रहते हैं, लेकिन उनका काम ही उन्हें सम्मान दिलाता है
गडकरी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और PM मोदी के शब्दों में कहा जाए तो भारत लोकतंत्र की जननी है। अच्छा काम करने वाले को सम्मान नहीं मिलता है और खराब काम करने वाले को कभी सजा नहीं दी जाती है। हमारी इसी खूबी की वजह से हमारा लोकतांत्रिक गवर्नेंस सिस्टम दुनिया के लिए उपयुक्त है।
उन्होंने कहा कि नेता आते-जाते रहते हैं, लेकिन उन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए जो काम किया है, आखिर में वही उन्हें सम्मान दिलाता है। पब्लिसिटी और पॉपुलैरिटी जरूरी हैं, लेकिन उन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में जो काम किया है, वह संसद में उनकी कही गई बातों से ज्यादा जरूरी है।
