कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति को एक पत्र लिखा है। इसमें एक विषय में पूरक परीक्षा की पात्रता के नियम को बदलकर, दो विषय की पात्रता करने की मांग की गई है।
पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय में 5 हजार से अधिक स्टूडेंट 2 सब्जेक्ट्स में फेल हो गए हैं। इसमें से कई ऐसे छात्र हैं जो पेपर जांचने की गड़बड़ी, कोर्स पूरा न होने जैसे कारणों से फेल हो गए। एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक हनी बग्गा ने मांग की है कि मौजूद नियम को बदलकर दो विषय में अनुत्तीर्ण छात्रों को पूरक की पात्रता दी जाए, ताकि उन्हें खुद को साबित करने का एक मौका मिले, और उनका भविष्य खराब न हो।
एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने यह तर्क दिया कि 2 वर्षों के कोरोना काल में बच्चों का पढ़ाई का स्तर गड़बड़ाया है। इस लिए परीक्षा पर बड़ा असर हुआ है, हजारों की तादाद में स्टूडेंट्स फेल हुए हैं। इसके लिए हमने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति से आग्रह करते हुए ज्ञापन सौंपा है।
केवल 20 फीसदी छात्र ही पास
विश्वविद्यालय में इस मुद्दे पर पिछले महीने विरोध प्रदर्शन भी हुआ। NSUI के रायपुर जिला महासचिव रजत ठाकुर ने बताया कि ‘बीसीए फर्स्ट ईयर के 810 छात्रों में 359 छात्र फेल हो गए हैं। वहीं 284 स्टूडेंट्स को सप्लीमेंट्री आई है। रिजल्ट इतना खराब है कि करीब 20 फीसदी छात्र ही पास हो पाए हैं।’