राजनांदगांव जिले में रहने वाली ज्ञानेश्वरी को सरकार ने पुलिस विभाग में नौकरी दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ज्ञानेश्वरी से वादा किया था कि सरकार उनकी उपलब्धियों को देखते हुए पुलिस विभाग में ASI पद पर नियुक्ति दी जाएगी। जिसके बाद बुधवार को पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर ने ज्ञानेश्वरी की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया है। जिसे लेकर CMO दफ्तर की ओर से ट्वीट किया गया है कि “ज्ञानेश्वरी नहीं ASI ज्ञानेश्वरी कहिए” मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप छत्तीसगढ़ की लाडली बिटिया “वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव” छत्तीसगढ़ पुलिस में एएसआई नियुक्ति आदेश जारी किया गया है। ज्ञानेश्वरी ने ग्रीस में आयोजित आईडब्ल्यूएफ जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में तीन रजत पदक जीता चुकी हैं।
देश में नंबर वन की रैंकिंग तक पहुंच चुकी है ज्ञानेश्वरी
साल 2022 में हुई वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग 49 किलोग्राम में गोल्ड मेडल जीतकर ज्ञानेश्वरी देश की नंबर वन वेटलिफ्टर का खिताब अपने नाम किया था। इसी प्रतियोगिता में ज्ञानेश्वरी ने देश की नंबर वन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू से मुकाबला किया था और सीनियर वर्ग में उन्होंने सिल्वर मेडल हासिल किया था।
इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स में ज्ञानेश्वरी यादव ने 164 किलोग्राम वजन उठाकर अपने पुराने रिकॉर्ड को ब्रेक करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था। ज्ञानेश्वरी ने ग्रीस के हेराक्लिओन शहर में आयोजित जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैम्पियनशिप की 49 किलो वर्ग के स्नेच, क्लीन एंड जर्क स्पर्धा में 156 किलोग्राम वजन उठाया था। उन्होंने तीन सिल्वर मेडल जीते और ये कीर्तिमान हासिल करने वाली वे छत्तीसगढ़ की पहली महिला वेटलिफ्टर बनी।
सीएम भूपेश बघेल ने की नौकरी की घोषणा
खेलो इंडिया गेम्स के लिए रवाना होने से पहले ज्ञानेश्वरी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी। उसी दौरान मुख्यमंत्री ने ज्ञानेश्वरी की उपलब्धियों की सराहना की थी और छत्तीसगढ़ पुलिस में एएसआई के पद पर नौकरी देने का वादा भी किया था। इसके अलावा उन्होंने खेल की तैयारी के लिए ज्ञानेश्वरी को पांच लाख रुपये की सहायता भी दी थी। इतना ही नहीं ज्ञानेश्वरी के कोच को भी पांच लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया गया था।