मुंबई : विधायक जीशान सिद्दीकी के पिता बाबा सिद्दीकी की पिछले दिनों हत्या हो गई थी। वह कांग्रेस छोड़कर अजित पवार खेमे में आए थे और उनके बेटे जीशान फिलहाल कांग्रेस से ही विधायक हैं। वह बांद्रा पूर्व सीट से विधायक हैं, लेकिन अब तक तय नहीं है कि वह किस दल से इस बार चुनाव लड़ेंगे। अब तक उनके नाम का ऐलान अजित पवार की एनसीपी ने नहीं किया है, जबकि बुधवार को उसने 38 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी। कहा जा रहा है कि दूसरी सूची में उनका नाम शामिल किया जाएगा। इस बीच उनकी बांद्रा ईस्ट सीट से महाविकास अघाड़ी ने कैंडिडेट खड़ा कर दिया है। इस पर वह भड़क उठे हैं।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट इस बारे में इशारा करते हुए लिखी है। इस पर लोग उन्हें ही खूब सुना रहे हैं और कह रहे हैं कि यदि आपने पहले धोखा देकर दल बदला था तो अब क्यों उम्मीद कर रहे हो। जीशान सिद्दीकी ने लिखा है,’सुना है पुराने दोस्तों ने बांद्रा पूर्व में अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। साथ निभाना तो कभी इनकी फितरत में था ही नहीं।’ इसके आगे वह लिखते हैं, ‘रिश्ता उसी से रखो जो इज़्ज़त और सम्मान दे, मतलब की भीड़ बढ़ाने का कोई फ़ायदा नहीं। अब फैसला जनता लेगी।’
महाविकास अघाड़ी में हुए समझौते के तहत यह सीट उद्धव सेना को मिली है। उद्धव सेना ने इस सीट से वरुण सरदेसाई को कैंडिडेट भी बना दिया है, जो ठाकरे परिवार के रिश्तेदार हैं। माना जा रहा है कि इसी पर जीशान सिद्दीकी ने ट्वीट किया है। इसके चलते उनके भविष्य पर भी सवाल है। अजित पवार खेमे ने उनके नाम का ऐलान नहीं किया है और महाविकास अघाड़ी ने पहले ही कैंडिडेट तय कर लिया है। ऐसे में देखना होगा कि जीशान सिद्दीकी की राजनीतिक स्थिति अगले कुछ दिनों में क्या बनती है।