मुंबई. एनसीपी के संस्थापक और अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत करने के बाद अजित पवार पहली बार शुक्रवार रात उनके आवास सिल्वर ओक पहुंचे. अजित पवार एनसीपी में बगावत करने के बाद 2 जुलाई को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में बतौर उपमुख्यमंत्री शामिल हो गए थे. इसके बाद शुक्रवार को ही उन्हें वित्त और योजना विभाग का प्रभार सौंपा गया, वहीं उनके साथ शिंदे सरकार में शामिल हुए एनसीपी के नेताओं को भी सहकारिता और कृषि जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय आवंटित किए गए हैं.
ऐसे में मंत्री पद आवंटित होने के तुरंत बाद अजित पवार के यूं अचानक अपने चाचा शरद पवार के घर पहुंचने से सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया. हालांकि अब डिप्टी सीएम पवार ने खुद इसकी वजह बताई है. उन्होंने शनिवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि वह अपनी बीमार चाची (शरद पवार की पत्नी) से मिलने उनके घर गए थे. अजित पवार ने कहा, ‘मुझे अपने परिवार से मिलने का पूरा अधिकार है. मेरी चाची बीमार थीं और उन्हें कल अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी, इसलिए मैं उनसे मिलने गया था.’
बता दें कि एनसीपी के संस्थापक शरद पवार की पत्नी प्रतिभा पवार की शुक्रवार को दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में सर्जरी की गई थी. अजित पवार अपनी चाची प्रतिभा के करीबी माने जाते हैं. एनसीपी नेताओं के बीच वह ‘काकी’ के नाम से मशहूर हैं. प्रतिभा पवार को पार्टी में अभिभावक के रूप में सम्मान दिया जाता है, लेकिन वह कभी भी राजनीति में सक्रिय नहीं रही हैं.