बाराद्वार, जिला सक्ती (छ.ग.) – थाना बाराद्वार अंतर्गत ग्राम डुमरपारा में एक महिला की नृशंस हत्या के मामले का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मृतिका दुवासबाई केंवट की हत्या उसी के पड़ोसी और प्रेम संबंधों में रहे रामुकमार केंवट उर्फ कर्रीहा (उम्र 48 वर्ष) ने पैसों की मांग को लेकर विवाद में कर दी थी। पुलिस ने घटना के महज 8 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्या की सूचना और पुलिस की त्वरित कार्यवाही
दिनांक 30 मई 2025 की रात करीब 10 बजे थाना बाराद्वार को सूचना मिली कि डुमरपारा में एक महिला का शव संदिग्ध परिस्थिति में पड़ा है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी लखन लाल पटेल स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। वहाँ मृतिका के पति रामकुमार केंवट ने बताया कि वह दिन में डोंगरीडीह के आश्रम में एक समारोह में गया था और शाम को लौटने पर उसकी पत्नी घर पर नहीं मिली। बाद में खोजबीन के दौरान पास के एक खंडहरनुमा मकान में उसकी पत्नी का खून से लथपथ शव मिला।
डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम की मदद से जांच में मिला सुराग
घटनास्थल का निरीक्षण डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम के साथ किया गया, जिसमें पता चला कि मृतिका और आरोपी रामुकमार केंवट के बीच पिछले 10 वर्षों से अवैध संबंध थे। घटना के दिन मृतिका ने आरोपी से ₹5000 की मांग की थी। पैसे न देने पर झगड़ा हुआ और आरोपी ने गुस्से में आकर लकड़ी के भारी गुटके से महिला के सिर और शरीर पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
खून से सने कपड़े, हत्या में इस्तेमाल लकड़ी का गुटका बरामद
पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने उसके खून से सने कपड़े और हत्या में प्रयुक्त लकड़ी का गुटका भी बरामद कर लिया है। एफएसएल रिपोर्ट में इन कपड़ों पर मानव रक्त के धब्बे पाए गए हैं। आरोपी ने हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने का भी प्रयास किया था, लेकिन पुलिस की सतर्कता से वह सफल नहीं हो सका।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में बड़ी सफलता
इस जघन्य हत्या के खुलासे में पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा (भा.पु.से), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हरीश यादव और एसडीओपी श्री मनीष कुंवर के मार्गदर्शन में थाना बाराद्वार की टीम ने कुशलता से कार्य किया। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया है।
जांच टीम में इन अधिकारियों की रही अहम भूमिका
इस महत्वपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक लखन लाल पटेल के साथ सउनि यशवंत राठौर, सउनि नजीर हुसैन, प्रआर. राजेश पैकरा, प्रआर. अरुण कौशिक, आरक्षक योगेश राठौर, अजय बंजारे, किशोर सिदार, रामनिवास उरांव, दिलसाय सोनवानी, कंचन सिदार, गौतम सिदार, तकेश्वर कटकवार व महिला आरक्षक रेखा राठौर शामिल रहे।