छत्तीसगढ़ में दुर्ग जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र में जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। शंकर नगर निवासी अन्नपूर्णा सोनी नाम की महिला ने पुलिस को बताया कि उसकी ननद ने मुस्लिम धर्म अपना लिया है। अब ननद और सास मिलकर उसके ऊपर दबाव बना रहे हैं कि वो भी मुस्लिम धर्म कबूल कर ले। ऐसा नहीं करने पर उसे और उसके बेटे को घर से निकालने की धमकी दे रहे हैं। मोहन नगर पुलिस इसे प्रॉपर्टी का विवाद बता रही है।
शंकर नगर निवासी महिला अन्नपूर्णा सोनी ने मोहन नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसके पति का दो महीने पहले निधन हो गया है। घर में वो, उसका बेटा और सास रहते हैं। उसकी ननद ने मुस्लिम लड़के से शादी कर ली है। इसके बाद से वो बहनों और मां को मुसलमान बनाने के लिए राजी कर रही है। अन्नपूर्णा का आरोप है कि उसने धर्म बदलने के लिए मना किया तो सास और ननद ने मिलकर उसके और उसके बेटे को एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद उसे घर से निकालने की धमकी दे रहे हैं। महिला का कहना है कि इससे पहले उसके पति पर भी यही दबाव बनाया जा रहा था। उनकी मौत के बाद से उसके बेटे और उस पर दबाव बनाया जा रहा है।
थाने में हुआ जमकर हंगामा, लोगों ने लगाया बयान फाड़ने का आरोप
जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में मोहल्ले के लोग और कुछ वकील मोहन नगर थाने पहुंचे। उन्होंने थाने में जमकर हंगामा किया। उन लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों के दबाव में है। पुलिस ने पहले शिकायत करने वाली महिला और उसके बेटे का बयान दर्ज किया। इसी दौरान किसी का फोन आया तो बयान लेने पाले मुंशी ने बयान ही फाड़ दिया। इसके बाद टीआई विपिन रंगारी ने कहा कि वो फोन उन्होंने किया था कि मामला गंभीर है। वो खुद मामले की जांच कर बयान दर्ज करेंगे।
पुलिस बता रही प्रॉपर्टी का विवाद
जब मोहन नगर थाना प्रभारी विपिन रंगारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि धर्म परिवर्तन जैसी कोई शिकायत नहीं आई है। महिला प्रॉपर्टी का विवाद लेकर आई थी। महिला की सास और ननद सभी हिंदू हैं। उसकी ननद का नाम भी हिंदू धर्म के आधार पर है, तो फिर धर्म परिवर्तन का आरोप ही नहीं बनता है। टीआई का कहना है कि वो इस मामले की जांच करेंगे इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे। वहीं लोगों का आरोप है कि टीआई आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाए उसे दबाने में लगे हुए हैं।