एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स और नेशनल इलेक्शन वाच ने देशभर के विधायकों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ का हर विधायक औसतन 10 करोड़ रुपए की संपत्ति से ज्यादा का आसामी है। छत्तीसगढ़ में विधायकों की औसत संपत्ति 10,34,65,540 रुपए है। ये आंकड़े पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान दिए गए घोषणा पत्र के आधार पर हैं।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स और नेशनल इलेक्शन वाच ने 2023 में देशभर के संदर्भ में रिपोर्ट जारी की है। इसमें विधायकों के अपराध, उनकी संपत्ति, उनकी शिक्षा, लिंग इत्यादि के आधार पर विश्लेषण किया गया है। हमने इसी रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ की स्थिति तलाशी।
एक मात्र अरबपति विधायक उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव
संपत्ति के मामले में बात करें, तो राज्य में सबसे अमीर विधायक सरगुजा के महाराज टीएस सिंहदेव ही हैं। उनकी संपत्ति 500 करोड़ से ऊपर की दर्शायी गई है। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के अलावा कोई दूसरा विधायक ऐसा नहीं है, जिसके पास इतनी संपत्ति है।
![चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव, रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में वे सातवें नंबर के सबसे गरीब एमएलए हैं।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/07/22/8953_1690045713.jpg)
चंद्रपुर के विधायक सबसे गरीब
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में सबसे कम संपत्ति चंद्रपुर के विधायक रामकुमार यादव की है। वे कांग्रेस के विधायक हैं। देशभर में बात करें, तो वे सातवें नंबर के सबसे गरीब विधायक हैं। उनकी कुल संपत्ति 30464 रुपए दर्ज की गई है।
1000 करोड़ से ज्यादा वाले देश में तीन ही विधायक, तीनों कर्नाटक से
देश में अगर सबसे अमीर विधायकों को तलाशा जाए, तो उसमें टॉप तीन विधायक कर्नाटक से हैं। इनमें कर्नाटक के कनकपुरा से कांग्रेस के विधायक डीके शिवकुमार देश के सबसे रईस विधायक हैं। उनकी संपत्ति 1413 करोड़ है। दूसरे नंबर पर कर्नाटक के ही आईएनडी के विधायक केएच पुट्टुस्वामी गौड़ा हैं। उनकी संपत्ति 1267 करोड़ रुपए है। तीसरे नंबर पर कर्नाटक के ही प्रियाकृष्णा हैं, जो कांग्रेस के विधायक हैं। उनकी संपत्ति 1156 करोड़ है।
भाजपा-कांग्रेस में कौन ज्यादा अमीर
कांग्रेस के 719 विधायकों में से 33 ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा है, जबकि भाजपा के 1356 विधायकों में से 24 ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा है। देश में 500 करोड़ की संपत्ति से ज्यादा वाले 6 विधायक हैं, जबकि 100 करोड़ से 500 करोड़ के बीच वाले 79 विधायक हैं। इनमें छत्तीसगढ़ से एक मात्र टीएस सिंहदेव हैं, जिनकी संपत्ति 500 करोड़ से ज्यादा है। बाकी सभी 100 करोड़ से कम हैं।
अपराध के मामले में छत्तीसगढ़ के विधायक बेहतर
जहां तक आपराधिक पृष्ठभूमि की बात है, छत्तीसगढ़ के विधायकों की स्थिति देशभर में बेहतर कही जा सकती है। कुल 90 विधायकों में से सिर्फ 22 विधायकों पर ही आपराधिक मामले दर्ज हैं। यानी 24 फीसदी विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि गंभीर अपराधों की बात की जाए, तो कुल 12 विधायकों पर ऐसे मामले हैं, ये 13 प्रतिशत है। छत्तीसगढ़ में एक मामला हत्या के प्रयास का भी है।
देश में सबसे ज्यादा यूपी-महाराष्ट्र-बिहार में मामले दर्ज
विधायकों पर अपराध दर्ज होने में सबसे ज्यादा मामले यूपी, महाराष्ट्र और बिहार है। यूपी में 202 विधायकों पर आपराधिक मामले हैं, जबकि महाराष्ट्र में 175 और बिहार में 161 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
भाजपा के 479 और कांग्रेस के 334 विधायकों पर अपराध दर्ज
देशभर की बात करें, तो भारतीय जनता पार्टी के कुल 1356 विधायक हैं। इनमें से 479 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें गंभीर अपराध 337 हैं। जबकि कांग्रेस की बात करें, तो देशभर में कांग्रेस के कुल 719 विधायक हैं, जिनमें 334 विधायकों पर अपराध दर्ज हैं। इनमें 194 गंभीर हैं। देशभर के कुल 4001 विधायकों में से 1777 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये कुल विधायकों का 44 फीसदी है।
छत्तीसगढ़ के दो विधायक पांचवीं पास भी नहीं
छत्तीसगढ़ के 90 विधायकों में से दो विधायक ऐसे भी हैं, जिन्होंने पांचवीं भी पास नहीं की है। पांचवीं से 12वीं के बीच पढ़ने वालों में 29 विधायक हैं। 27 विधायक ऐसे हैं, जो ग्रेजुएट हैं, जबकि पोस्ट ग्रेजुएट करने वाले 32 विधायक हैं।