मनुष्य के चरित्र निर्माण में महिलाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण हैं । आज़ महिलाएं समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही हैं और चरित्र निर्माण में उनका योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय तो हैं । हमारे भारत-वर्ष में सावित्री बाई फुले एक ऐसी महिला थी जिन्होंने चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दी थी । वह एक महान् समाज सुधारक, शिक्षाविद, साहित्यकार और कवयित्री थी । उन्होंने महिलाओं, पिछड़े और दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और उन्हें शिक्षा और समानता के अवसर प्रदान करने के लिए जीवनपर्यंत काम किया ।
महिलाओं के चरित्र निर्माण में सावित्री बाई फूले ने किस तरह से योगदान दिया इसे मैं आप लोगों के समक्ष कुछ उदाहरण और संक्षिप्त में पेश करती हूं
1 शिक्षा का प्रसार – सावित्री बाई फूले ने महिलाओं और दलितों के लिए शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए काम की हैं । उन्होंने अपने पतिदेव ज्योति राव फुले के साथ मिलकर पहली बार महिलाओं के लिए एक विद्यालय खोला, आज़ भी उस विद्यालय में बालिकाओं को शिक्षा प्रदान की जाती हैं ।
2 महिला अधिकारों का संघर्ष – सावित्री बाई फूले ने महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया । उन्होंने महिलाओं को शिक्षा, समानता और न्याय के अवसर प्रदान करने के लिए काम किया ।
3 दलितों के अधिकारों का संघर्ष – सावित्री बाई फुले ने दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष की । उन्होंने दलितों को शिक्षा-दीक्षा , समानता और न्याय के अवसर प्रदान करने के लिए काम किया।
4 सामाजिक सुधार- सावित्री बाई फुले ने सामाजिक सुधार के लिए लगातार काम की ! उन्होंने महिलाओं और दलितों के उत्थान के लिए काम किया और उन्हें समाज में समानता, एकजुटता और न्याय के अवसर प्रदान करने के लिए काम किया। वास्तव में सावित्री बाई फुले का महिलाओं के चरित्र निर्माण में योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं । उन्होंने महिलाओं और दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और उन्हें शिक्षा, समानता और न्याय के अवसर प्रदान करने के लिए लगातार काम किया । आज़ के समय में मैं धनेश्वरी जागृति हर क्षेत्र में ख्याति अर्जित कर रही हैं ठीक उस जमाने में सावित्री बाई फुले भी कर रही थी इसलिए वो मेरी आदर्श महिला में गिनी जाती हैं। उनका जीवन और कार्य मुझे प्रेरित करती रही हैं और हमें चरित्र निर्माण के महत्व को समझने के लिए प्रेरित करते रहती हैं ।
डॉक्टर धनेश्वरी जागृति दंत चिकित्सक रामा हांस्पीटल चांपा
लेखन सहायक शशिभूषण सोनी