हिंदुओं के आधार स्तंभ सभी पूज्य धर्माचार्यों, संत, महंत, पुजारी, पुरोहित, महापात्रा, कथावाचक, ज्योतिषीयों, गुरुओं, मंदिरों के संचालक गण एवं जनजाति क्षेत्रों के माटी पुजारी, पंडा, पेरमा पुजारी, बैगा, गुनिया एवं सिराहा सभी पूज्य पाद जनों का एक दिवसीय सम्मेलन बिलासपुर में आयोजित किया गया था। जिसमे हर जिले से एकत्रित होकर लगभग 1800 की संख्या में उपस्थिति थी। जिससे हिन्दू धर्म का सर्वांग संगठित स्वरूप दिखाई दिया।*
*समाज मे व्याप्त वर्तमान संकट जैसे धर्मांतरण, जिहाद, लव जिहाद, जनसंख्या असंतुलन, गौ तस्करी, अवैध घुसपैठ तथा हिन्दू समाज के ऊपर होने वाले सांस्कृतिक आक्रमण और धर्मांतरण का सामना करने के लिए सब एक मंच पर उपस्थित हुए।*