दिल्ली पुलिस ने रविवार को दो साल पुराने महिला कांस्टेबल मर्डर की गुत्थी सुलझा ली। पुलिस ने इस केस में तीन आरोपियों को अरेस्ट किया जिसमें मुख्य आरोपी दिल्ली पुलिस का कांस्टेबल ही है, बाकी दो उसके सहयोगी हैं।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि, वह महिला से प्यार करता था। जब उसने शादी से मना किया तो उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद शव को एक नाले में छुपा दिया। उस पर पत्थर रख दिए।
पुलिस ने कंकाल बन चुके दो साल पुराने शव को बुराड़ी के पुश्ता इलाके से बरामद कर लिया। कंकाल के अवशेषों को डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए भेजा गया ताकि यह पता लगाया जा सके ये महिला का ही शव है।

मामला 2021 का है, 2014 में भर्ती हुई थी पीड़िता
मामला 2021 का है। दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह राणा (42) साल 2012 में दिल्ली पुलिस में बतौर पीसीआर वैन चालक के रूप में शामिल हुए। इसके दो साल बाद 2014 में मोना नाम की महिला दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुई। दोनों को 2021 में कंट्रोल रूम में एक साथ तैनात किया गया। जिसके बाद दोनों की दोस्ती हुई।
महिला ने दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ी, पीछे पड़ा रहा आरोपी
इस बीच मोना को यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर की नौकरी मिल गई, जिसके बाद उसने दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ दी। वह दिल्ली से सिविल सेवा यानी यूपीएससी की तैयारी भी कर रही थी। पुलिस के मुताबिक मोना के नौकरी छोड़ने के बाद भी सुरेंद्र उस पर नजर रखता था। जब मोना को पता चला तो उसने विरोध किया। सुरेंद्र शादीशुदा होने के बावजूद मोना पर शादी का दबाव बना रहा था। जब उसने मना कर दिया तो उसकी हत्या का प्लान बनाया।
सुनसान रास्ते पर गला घोंटकर हत्या, नाले में छिपाया शव
पुलिस ने बताया, 8 सितंबर, 2021 को दोनों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद सुरेंद्र महिला को बुराड़ी पुश्ता ले गया, जहां उसने पहले उसका गला घोंटा और फिर उसे पुश्ता के पास एक नाले में डुबो दिया। शव को छिपाने के लिए उस पर पत्थर डाल दिए। महिला की हत्या करने के बाद सुरेंद्र ने मोना के परिवार को फोन करके बताया कि वह किसी अरविंद के साथ गायब हो गई है। जिसके बाद उसने परिवार के साथ मोना को ढूंढने का नाटक किया। इसी सिलसिले में वह कई बार थाने भी गया।