अंडर-19 महिला एशिया कप का पहला एडिशन 2024 में आयोजित हुआ और भारतीय महिला टीम ने पहली ही बार इसका खिताब जीत लिया। फाइनल में भारत ने बांग्लादेश को 41 रनों से हराकर खिताब पर कब्जा किया है। बांग्लादेश की कप्तान सुमैया अख्तर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इसके बाद पूरी भारतीय टीम सिर्फ 117 रनों पर ही सिमट गई। भारत के लिए गोंगाडी त्रिशा ने अर्धशतक लगाया। छोटे टारगेट का पीछा करते हुए बांग्लादेश की महिला टीम सिर्फ 76 रन ही बना सकी।
बिखर गई बांग्लादेश की बल्लेबाजी
बांग्लादेश महिला टीम की शुरुआत बहुत ही खराब रही थी। जब मोसम्मत इवा बिना खाता खोले पवेलियन लौट गईं। बांग्लादेश के लिए सिर्फ दो ही बल्लेबाज ऐसी रही हैं, जो दोहरे अंक में पहुंचने में सफल हो पाईं। इनमें फहमीदा चोया (18 रन) और जुएरिया फिरदौस (22 रन) शामिल हैं। उनके अलावा कोई भी प्लेयर टिक कर बैटिंग नहीं कर पाई। बांग्लादेश ने 55 रन तक सिर्फ 4 विकेट ही गंवाए थे, लेकिन इसके बाद उनकी बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
आयुषी शुक्ला ने की दमदार गेंदबाजी
भारत के लिए आयुषी शुक्ला ने सबसे ज्यादा तीन विकेट अपने नाम किए हैं और उन्होंने अपने 3.3 ओवर में ही तीन विकेट झटके। उनके अलावा पुरुनिका सिसोदिया और सोनम यादव ने 2-2 विकेट अपने नाम किए हैं। इन गेंदबाजों ने बांग्लादेश की बल्लेबाजों को बड़े स्ट्रोक नहीं दिए और इसी वजह से पूरी बांग्लादेश टीम 76 रनों पर ऑलआउट हो गई।
त्रिशा ने लगाया अर्धशतक
भारत के लिए 19 साल की गोंगाडी त्रिशा ने कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने 47 गेंदों में 52 रनों की पारी खेली, जिसमें 5 चौके और दो छक्के शामिल थे। शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला। कप्तान निकी प्रसाद ने 12 रन बनाए। वहीं मिथिला विनोद ने 17 रन, आयुषी शुक्ला ने 10 रनों का योगदान दिया। इन प्लेयर्स के कारण ही टीम इंडिया 100 रनों के पार पहुंचने में सफल रही है। दूसरी तरफ बांग्लादेश के लिए फरजाना एस्मिन ने सबसे ज्यादा चार विकेट अपने नाम किए।