छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से यूपी से जुड़ा ज्योति मौर्या जैसा मामला सामने आया है, जहां भारत एलुमिनियम प्लांट संयंत्र में ठेका मजदूर के तौर पर काम करने वाले शांति कुमार कश्यप से उसकी पत्नी अलग हो गई। कश्यप ने जानकारी दी कि विवाह के बाद पत्नी का जाति निवास प्रमाण पत्र बनाने के साथ आगे की शिक्षा से लेकर नौकरी तक की व्यवस्था कराई, लेकिन शिक्षिका की नौकरी मिलने के बाद पति को छोड़ दिया। अपनी दास्तां बताने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे।
शांति कश्यप के मुताबिक विवाह के बाद पत्नी का जाति निवास प्रमाण पत्र बनाने के साथ आगे की शिक्षा से लेकर नौकरी तक की व्यवस्था कराई गई, जिसका यह हश्र हुआ। भारत एलुमिनियम प्लांट संयंत्र में ठेका मजदूर के तौर पर कश्यप काम करते हैं और यहां से मिलने वाली राशि से परिवार का भरण पोषण करते हैं। उन्होंने बताया कि साइट पर काम करने वाले शांति लाल साहू के साथ पत्नी का संपर्क होने के बाद स्थितियां बिगड़ गई। अब उसके तिलकेजा में होने की जानकारी है।
उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं कि मामले को सुलझाने के लिए कोशिश नहीं की गई। लेकिन पत्नी के घर के लोगों ने उल्टे संध्या करना शुरू कर दिया और इसकी शिकायत कर दी, जिस पर परिवार परामर्श केंद्र में पेश भी होना पड़ा। अपनी दास्तां बताने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे शांति कुमार कश्यप ने बताया कि बिना तलाक और अगली कार्रवाई के पत्नी उससे अलग है और इस बीच 1 पुत्र के जन्म लेने की खबर मिली है जो अपने आप में हैरानी वाली बात है। पत्नी को फर्श से अर्श पर पहुंचाने वाला पति इस घटनाक्रम उसे काफी दुखी है । वह चाहता है कि हालात पहले जैसे ही होने चाहिए ताकि इस तरह की हरकत करने वालों को सबक मिले।