भोपाल : अपनी मांगों के निराकरण के लिए प्रदेश के फार्मासिस्ट अब आंदोलन की राह पर चल पड़े हैं। सोमवार को इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन द्वारा वेतनमान, पदनाम परिवर्तन, संचालनालय निर्माण, पदोन्नति, नए पद सृजन, नियमितीकरण आदि सहित छह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री सहित प्रमुख आला अधिकारियों को सौंपा गया है।
बता दें प्रदेश के फार्मासिस्ट लंबे समय से वेतनमान सहित विभिन्न मूलभूत मांगों के निराकरण के लिए सरकार से मांग करते आ रहें हैस लेकिन आज तक उनकी किसी भी मांग पर सुनवाई नहीं हुई है। जिसके चलते मप्र के समस्त फार्मासिस्ट आईपीए के आव्हान पर आगामी 11 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जान का फैसला किया है।
नाराज फॉर्मेसिस्ट का कहना है कि हमारा काम बहुत महत्वपूर्ण और जनहितैषी है, इसीलिए आज तक प्रदेश के फार्मासिस्ट ने कभी हड़ताल नहीं की, किन्तु अब प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के फार्मासिस्ट साथियों में आक्रोश है। अगर 11 जुलाई तक सरकार मांगों पर विचार नहीं करती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। जिससे शासकीय दवाई मिलना बंद हो जाएगी और हजारों मरीज़ बिना दवाई के लौटने को मजबूर होंगे।