असम के रहने वाले एक मेजर और उसकी पत्नी पर नाबालिग नौकरानी को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। उन पर POCSO, SC/ST एक्ट, प्रताड़ना, बाल मजदूरी और गुलामी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
असम के रहने वाले मेजर शैलेन्द्र यादव और उनकी पत्नी ने आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि लड़की सीढ़ियों से गिर गई थी, तभी उसे चोट लग गई।
दीमा हसाओ के एसपी मयंक कुमार ने बताया कि नाबालिग लड़की का आरोप है- मालकिन मेरे काम से खुश नहीं रहती थीं। इसीलिए मुझे कमरे में बंद कर देतीं, बाल खींचती और बेलन से पीटती थीं। वो मेरे कपड़े उतारकर तब तक पीटतीं, जब तक मैं लहूलुहान नहीं हो जाती। कई बार उन्होंने मुझे अपना खून चाटने तक को मजबूर किया।
पुलिस ने बताया कि लड़की के दांत टूटे हुए हैं। शरीर पर जलने के निशान हैं। मेडिकल रिपोर्ट में पता चला कि उसकी नाक की हड्डी टूटी हुई है। जीभ पर गहरे घाव हैं। कपल करीब 6 महीने से नाबालिग को प्रताड़ित कर रहा था। वे ज्यादातर समय लड़की को बिना कपड़ों के रखते थे। जब वो खाना मांगती तो उसे डस्टबिन से खाना खिलाते।

6 महीने बाद घर लौटी तो आपबीती सुनाई आरोपी मेजर शैलेन्द्र यादव ने असम की रहने वाली नाबालिग लड़की को अपने बच्चों की देखभाल के लिए काम पर रखा था। मेजर हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में तैनात था, इसीलिए लड़की को अपने साथ ले गया। यहां लड़की को करीब 6 महीने तक प्रताड़ित किया गया। असम लौटने पर लड़की ने अपने परिवार को आपबीती सुनाई। परिवार ने पुलिस से मामले की शिकायत की। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
मां बोली- 16 साल की बेटी अब बुजुर्ग लगती है
पीड़ित की मां का कहना है कि जब मेरी बेटी घर लौटी तो हम मुश्किल से उसे पहचान सके। वह सिर्फ 16 साल की है, लेकिन बुजुर्ग दिखने लगी है। उसके दांत टूटे हैं और चेहरे पर जलने के निशान हैं। उसके कान कटे हुए हैं और बात करने में भी परेशानी हो रही थी।