बिलासपुर में सरकंडा के चांटीडीह में डायरिया से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। मोहल्ले में उल्टी दस्त की शिकायत के बाद 40 से ज्यादा बीमार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने टीम भेजकर 52 मकानों का सर्वे कराया और पानी के सैंपल की जांच की।
शुरूआती जांच में दूषित पानी पीने से लोगो के बीमार होने की बात सामने आई है। डायरिया फैलने की खबर मिलते ही रात में शहर विधायक शैलेष पांडेय बीमार लोगों का हाल जानने अस्पताल पहुंच गए। पिछले साल शहर में डायरिया से सात लोगों की जान गई थी।
शुक्रवार को चांटीडीह इलाके में एक के बाद एक बच्चों से लेकर बड़े बीमार होने लगे और उन्होंने उल्टी-दस्त होने की शिकायत की। मोहल्ले के लोग कुछ समझ पाते उनकी हालत बिगड़ने लगी। कई लोगों को प्राइवेट तो कुछ को निजी अस्पताल ले जाया गया। इसकी जानकारी वार्ड के लोगों ने पार्षद सहित स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को दी।
इलाज के दौरान एक महिला की मौत
शाम होते तक मोहल्ले में डायरिया फैलने की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई। सीएमएचओ डॉ. राजेश शुक्ला भी पहुंचे। मोहल्ले में तकरीबन 52 घरों में सर्वे किया और जांच के लिए पानी और भोजन का सैंपल लिया। जांच के दौरान डायरिया पीड़ित 17 से अधिक लोगों को सिम्स में भर्ती कराया गया। इससे पहले कई लोग खुद से अस्पताल पहुंच गए थे। इलाज के दौरान चांटीडीह निवासी 65 वर्षीय कमला मिश्रा पति हरि मिश्रा की सिम्स में मौत हो गई। छह मरीजों की हालत गंभीर बताई गई, जिन्हें प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
दूषित पानी पीने से फैला डायरिया
मोहल्ले में जब एक के बाद एक कई लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत हुई, तब डायरिया फैलने की बात कही गई। वार्ड के लोगों की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सैंपल लिया। टीम की मोहल्ले में ड्यूटी लगाई गई है। बीमार लोगों को भी इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा गया है। मरीजों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।