4 जुलाी से सावन के महीने की शुरूआत हो चुकी है, जो कि आने वाले 31 अगस्त तक चलेगा। अधिकमास होने के चलते इस बार सावन 2 महीने का है। जिसते चलते इस बार 4 नहीं 8 सोमवार पड़ेंगे। कल सावन का पहला सोमवार है। सावन के महीने में भोलेनाथ को पूजन अर्चन का विशेष महत्व माना जाता है। इस समय रुद्राभिषेक करना काफी शुभ होता है और सही मुहूर्त में की गई पूजन अर्चन से भोले प्रसन्न होकर भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं। मान्यताओं के मुताबिक कुंवारी लड़कियों को सावन सोमवार करने से मनचाहा वर मिलता है। वहीं सुहागिनों को ये व्रत सौभाग्य प्रदान करता है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
सावन के पहले सोमवार के शुभ मुहूर्त की बात करें तो ये 11.59 पर शुरू होगा और 12.54 तक रहेगा। अगर आप रुद्राभिषेक करना चाहते हैं, तो इसका मुहूर्त आज शाम से शुरू होकर 10 जुलाई को 6.43 बजे तक रहने वाला है। पूजा में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है।
इतने बजे लग रहा है पंचक
पहले सोमवार पर पंचकसावन के पहले सोमवार को पंचक लग रहा है। ये 6.59 बजे तक रहने वाला है, ऐसे में इसी दौरान भक्तों को पूजन अर्चन करना होगा। वैसे तो पंचक में पूजन अर्चन नहीं होता है लेकिन इस दौरान महादेव को पूजा जा सकता है। इसलिए सावन के पहले सोमवार पर पंचक की चिंता किए बिना भोलेनाथ की भक्ति की जा सकती है।
ऐसे करें पूजन
सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में उठने के बाद स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजन की तैयारी करें। इसके बाद मंदिर में शिवलिंग का जलाभिषेक कर भगवान शिव के प्रिय बेलपत्र, चावल, चंदन, धतूरा, भांग उन्हें अर्पित करें। भोलेनाथ की पूजन के सात भगवान गणेश, कार्तिकेय और माता पार्वती की पूजन अवश्य करें। शिव परिवार के पूजन से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं। व्रत के दौरान पूरे दिन भोलेनाथ का स्मरण करते रहें।