Monday, July 7, 2025

PM मोदी भीड़ में इकलौते, सिर्फ भारत ही नहीं दुनियाभर के लिए क्यों बनते जा रहे अपराजेय?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों अपराजेय हैं? वह क्या खूबी है जो उन्हें भीड़ में सबसे अलग और ताकतवर बना देती है और वह सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि दुनियाभर के लिए अपराजेय हैं। मोदी की यह खूबी जाने बिना उनका सटीक मूल्यांकन नहीं किया जा सकता है। मोदी को यह खूबी शुद्ध भारतीय संस्कार और परंपरा से मिली है जो इस देश की विशेषता है। सामंजस्य और सहअस्तित्व के बगैर मोदी शून्य हैं। यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। अब इस ताकत से कैसे मोदी अपराजेय होते जा रहे हैं- आइए समझते हैं।

दुनिया को नई राह दिखाते मोदी

‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्‍वास और सबका प्रयास’ यह मोदी का नारा है। यह नारा असल में सामंजस्य और सहअस्तित्व का ही पर्याय है। मोदी इसे राजनीति में ईमानदार तरीके से जीते नजर आते हैं। देश की गठबंधन राजनीति को मोदी ने एक नया स्वरूप दिया है। सबको साथ लेकर चलने की इसी काबिलियत से मोदी ने भारतीय राजनीति में एक तरह से पुनर्जागरण कर दिया है। उनके गठबंधन में दल चाहे छोटे हों या बड़े- मोदी ने सबको योग्य हिस्सेदारी दी है।

दूसरी पार्टी से आए नेताओं को भी उनकी योग्यता के हिसाब से पद दिया है। असम में सर्वानंद और हिमंता बिस्वा सरमा दूसरी पार्टियों से लाए गए थे बावजूद पार्टी के नेताओं की बजाए दोनों को मुख्यमंत्री बनाया। दोनों ने अपनी योग्यता साबित की। सामंजस्य और सहअस्तित्व का बेहतरीन नमूना महाराष्ट्र और बिहार में भी नजर आया। नीतीश कुमार के काम विधायक थे बावजूद दिल बड़ा करते हुए सामंजस्य और सहअस्तित्व बनाए रखने के किए मोदी ने उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाया। ये दूसरी बात है कि प्रधानमंत्री बनने की इच्छा में नीतीश अलग हो गए।

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