दिल्ली में यमुना खतरे के निशाने से उपर बह रही हैं. बाढ़ ने दिल्ली में पिछले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जिसके चलते शहर के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. दिल्ली का सिविल लाइन्स, यमुना बाजार, निगम बोध घाट, मोनेस्ट्री मार्केट, मजनू का टीला, वजीराबाद, गीता कॉलोनी और शाहदरा बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. लालकिले तक यमुना का पानी पहुंच गया है. निचले इलाकों से लोगों को निकाला गया है. दिल्ली में सभी स्कूल कॉलेज रविवार तक बंद कर दिए गए हैं. साथ ही सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम लागू किया गया है. जबकि प्राइवेट आफिसों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है.
ऐसा दिल्ली में यमुना का हाल
दिल्ली में शाम 6 बजे लोहे के पुल के पास जलस्तर 208.66 मीटर दर्ज किया गया. जो रात 8 बजे भी समान रहा. लगातार जारी रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बीच यमुना के जल स्तर में मामूली कमी दर्ज की गई. रात 9 बजे पुराना रेलवे पुल पर 208.65 मीटर दर्ज हुआ यमुना का जल स्तर लगातार दो घंटे स्थिर रहने के बाद यमुना के जल स्तर में थोड़ी कमी दिखी. इससे पहले शाम 6 बजे, 7 बजे और रात 8 बजे यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर दर्ज किया गया था. अपने फ्रांस दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह से बात करके दिल्ली में बाढ़ के हालात की जानकारी ली.
मौसम विभाग के अलर्ट ने बढ़ाई टेंशन
मौसम विभाग ने कहा है कि दिल्ली-एनसीआर में आज तेज हवाओं के साथ मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. जिन इलाको में बरसात की संभावना है, उनमें पश्चिमी दिल्ली, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली आसपास के इलाके शामिल हैं. इस दौरान 40 से 60 किमी प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं भी चलेंगी. एनसीआर में बहादुरगढ़, गुरुग्राम और मानेसर में बारिश का अनुमान जताया गया है.
हिमाचल में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में कल से मौसम करवट बदलेगा. इस दौरान 15 से 17 जुलाई तक राज्य में झमाझम बारिश होगी. इसे देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा की हिमाचल प्रदेश में जिस तरह पिछले कुछ दिनों में बारिश हुई, उस तीव्रता के साथ नही होगी, हालांकि 3 दिन का अलर्ट येलो अलर्ट रखा गया है.
उत्तरी बंगाल में बाढ़ जैसे हालात
पश्चिम बंगाल में उत्तरी हिस्से में भारी बारिश और पहाड़ों से पानी आने की वजह से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. भूटान में हो रही भारी बारिश से वहां पर नदियां उफनाई हुई हैं. इससे वहां का पानी भारी मात्रा में भारत आ रहा है, जिससे अलीपुरद्वार इलाके में जगह-जगह पानी भर गया है. तीस्ता नदी में बहाव बढ़ने से सिलिगुड़ी इलाके में कई जगह पानी भरने की सूचना है. सरकार ने कुछ जगहों पर बाढ़ से निपटने में भारतीय सेना की मदद मांगी है.