टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह की मां शबनम सिंह के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस मामले में गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-1 थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. आरोपी महिला की पहचान हेमा उर्फ डिम्पी के रूप में की गई है. शबनम सिंह से 40 लाख रुपये की मांग करने वाली आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, आरोपी महिला ने शबनम सिंह को बदनाम कर देने की धमकी देकर 40 लाख रुपये की मांग की थी. इसके बाद युवराज की मां ने आरोपी महिला से कुछ दिन की मोहलत मांगी थी, ताकि पैसे एकत्रित किए जा सकें. इसी दौरान जब शुरू में 5 लाख रुपये देने की बात हुई तो आरोपी महिला को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने मामले की जांच की और बताया, आरोपी महिला को युवराज सिंह के भाई जोरावर सिंह की देखभाल के लिए रखा गया था, लेकिन 20 दिनों में ही उसे काम से हटा दिया गया था. दरअसल, युवराज सिंह का घर डीएलएफ फेज-1 में स्थित है. यहां पर 2022 में युवराज के भाई जोरावर सिंह की देखभाल के लिए हेमा को रखा गया था. जोरावर डिप्रेशन से गुजर रहे थे और उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए हेमा को केयरटेकर के रूप में रखा गया था. हालांकि, 20 दिन बाद ही हेमा को काम से हटा दिया गया.
हेमा केयरटेकर के काम में माहिर नहीं थी और युवराज के भाई को अपने जाल में फंसाने लगी थी. परिवार को परेशान करने के लिए वो शबनम सिंह को मैसेज और कॉल करती थी. वो धमकी भी देती थी कि परिवार को झूठे मामले में फंसा देगी और पूरे परिवार को बदनाम कर देगी. हेमा ने शबनम सिंह के सामने शर्त रखी कि अगर बदनामी से बचना चाहते हो तो 40 लाख रुपये देने होंगे.
हेमा ने टाइम भी तय किया कि अगर 23 जुलाई तक पैसे नहीं मिले तो केस दर्ज करवा देगी. इससे पूरा परिवार बदनाम हो जाएगा. इस पर युवराज की मां ने कहा कि पैसे ज्यादा हैं इसलिए इन्हें एकत्रित करने में टाइम लगेगा. इसके बाद शुरू में 5 लाख रुपये देने की बात हुई और जब हेमा 5 लाख रुपये लेने के लिए आई तो पुलिस ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. हालांकि, बाद में उसे पुलिस से जमानत मिल गई.