तमिलनाडु सरकार में मंत्री मुथुसामी ने एक बयान देकर बड़ा विवाद को जन्म दे दिया है. उन्होंने कहा कि सुबह-सुबह शराब पीने वालों को बुरा नहीं बोलना चाहिए और अगर कोई सुबह शराब पीता है तो उसे शराबी नहीं कहना चाहिए.
मुथुसामी ने आगे कहा जो लोग सुबह शराब पीते हैं उनकी तो बात ही अलग है. जो लोग शरीर से कठिन परिश्रम करना छोड़ देते हैं वे शराब पी रहे हैं, इससे बचने में असमर्थ हैं. ये हमें समझना होगा.
बता दें उत्पाद शुल्क और निषेध विभाग के मंत्री सेंथिल बालाजी के जेल जाने के बाद मुथुसामी यह विभाग भी संभाल रहे हैं. ईडी ने पिछले महीने राज्य के परिवहन विभाग में हुए ‘नौकरी के बदले नकदी’ घोटाले के सिलसिले में सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार किया था.
बीजेपी ने निशाना साधा
मुथसामी के बयान पर अब बीजेपी ने निशाना साधा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने के मुताबिक उन्हें मंत्री का स्पष्टीकरण सुनकर उन्हें गहरा दुख हुआ. उन्होंने कहा, ‘समाधान सफाई कर्मचारियों के लिए हाथ से कचरा हटाने और उनके लिए शराब न बेचने का रास्ता खोजना है.’
दरअसल अन्नामलाई 12 अगस्त 2022 को पारित उस सरकारी आदेश का जिक्र कर रहे थे जिसमें सफाई कर्मचारियों द्वारा कचरा हटाने के लिए हाथों का उपयोग करने पर बैन लगा दिया गया था. राज्य सरकार का तर्क था कि तमिलनाडु में पिछले पांच साल में 56 सफाई कर्मचारियों की मृत्यु हुई है.
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
यह पहली बार नहीं है जब मुथुसामी ने कोई ऐसा बयान दिया है जिस पर बवाल मचा हो. इससे पहले भी उनका एक बयान खासा चर्चा में रहा था जब उन्होंने कहा था कि सुबह 7 से 9 बजे के बीच काम पर निकलने वालों के लिए शराब बेचने के बारे में चर्चा शुरू की जानी चाहिए.